राजस्थान / दलित पर हमला : 8 दिन तक केस दर्ज नहीं होना अनुसूचित आयोग ने माना गंभीर

पुष्कर /अजमेर। अनुसूचित जाति के युवक पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुष्कर थाना पुलिस की लापरवाही को लेकर भास्कर में प्रकाशित समाचार के अाधार पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है। आयोग ने इस मामले में कलेक्टर व एसपी सहित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है।


आयोग ने निर्देश दिए हैं पीड़ित को प्रतिकर राशि के अलावा प्रकरण में की गई कार्रवाई से अवगत कराएं। मामले के अनुसार 6 सितंबर को रेगरान मोहल्ला निवासी अनुसूचित जाति वर्ग के संजय रेगर पर जानलेवा हमला हुआ था। संजय किसी काम से अपने मित्र ललित खत्री के यहां तिलोरा रोड स्थित ब्रह्म विहार कॉलोनी गया था। वहां पहले से मौजूद दीपक यादव, गंगा यादव व जगदेव बन्ना ने उससे मारपीट और जातिसूचक गालियां देना शुरू कर दिया। उसके विरोध करने पर दीपक ने कमर में चाकू से वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया।


पुष्कर राजकीय अस्पताल से उसे अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। संजय का आरोप है जेएलएन में चिकित्सकों ने इलाज से मना कर दिया और उसे मजबूरन एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ा लेकिन वहां से वापस जेएलएन अस्पताल ही भेज दिया। जेएलएन में 9 सितंबर तक इलाज हुआ व 10 सितंबर को डिस्चार्ज होने पर उसने पुलिस को रिपोर्ट दी लेकिन पुलिस ने अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस ने संजय के मित्र द्वारा रिपोर्ट लिखाने की बात तो कही लेकिन अाहत के बयान नहीं लेने व आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने चुप्पी साध ली।